कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में अब मशीन से बनेंगी रोटियां।.हर घंटे तैयार होंगी 2000 रोटियां, छात्राओं को मिलेगा लाभ

कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में अब मशीन से बनेंगी रोटियां।.हर घंटे तैयार होंगी 2000 रोटियां, छात्राओं को मिलेगा लाभ
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में अब मशीन से बनेंगी रोटियां।.हर घंटे तैयार होंगी 2000 रोटियां, छात्राओं को मिलेगा लाभ

जायल 

जायल। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय एवं शारदे बालिका छात्रावास में गुरुवार को एक ऐतिहासिक पहल के तहत स्वचालित रोटी बनाने वाली मशीन का शुभारंभ किया गया।यह मशीन आकोड़ा गांव के भामाशाह भंवरलाल ईनाणिया द्वारा विद्यालय को भेंट की गई है। शुभारंभ समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सीबीईओ राधेश्याम जीनागल ने बटन दबाकर मशीन का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर नोडल शिक्षा अधिकारी बनवारीलाल कुमावत ने जानकारी देते हुए बताया कि यह मशीन प्रति घंटे करीब 500 रोटियों का निर्माण करने में सक्षम है, जिससे विद्यालय में भोजन तैयार करने की प्रक्रिया और अधिक सुगम हो सकेगी।
छाजोली राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य उमरदीन छिपा ने कहा कि पूर्व में छात्राओं के लिए बड़ी संख्या में रोटियां बनाना एक कठिन कार्य था। लेकिन अब इस तकनीक के आने से गरमा-गरम, स्वच्छ और समय पर भोजन उपलब्ध कराया जा सकेगा। इससे रसोई स्टाफ को भी बड़ी राहत मिलेगी।विद्यालय परिवार ने इस सेवा कार्य के लिए भामाशाह भंवरलाल ईनाणिया का अभिनंदन करते हुए आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में जायल विकास समिति अध्यक्ष रामस्वरूप काकाणी, रमेश चंद्र काकाणी, एसीबीईओ बलवीर गर्वा, रामनिवास डूकिया, प्रहलाद दंतुसलिया,कस्तूरबा स्कूल इंचार्ज कमलेश पुनिया,प्रधानाध्यापक सरिता सांगवा,वार्डन संजू कुमारी बुरडक,सरोज चौधरी,दीपिका चौधरी,सरिता मेघवाल,सुमित्रा ,राजू देवी सहित स्टाफ मौजूद रहा।

जायल-स्वचालित रोटी बनाने मशीन का शुभारंभ करते सीबीईओ।